धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बायोग्राफी: नमस्कार दोस्तों। क्या आप भी बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भक्त है, तो आपको आज का लेख एक बार जरुर पढ़ना चाहिए। क्यों की आज के इस लेख के अंदर मैं आपको Dhirendra Krishna Shastri Biography In Hindi, Dhirendra Krishna Shastri Wife और धीरेंद्र कृष्ण महाराज बागेश्वर धाम के बारे में सब कुछ बताने वाला हूँ। और इस लेख को पढ़ने के बाद आपको गूगल पर धीरेंद्र कृष्ण महाराज Biography के बारे में और सर्च करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
वर्तमान समय में हर एक स्थान पर चमत्कारी बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बारे में खबरें चल रही है आज इस लेख के माध्यम से हम आपको धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बायोग्राफी के बारे में बताएंगे।
जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं, कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बाबा जी को हनुमान जी का अवतार माना जा रहा है और लोगों के मन में उनके प्रति श्रद्धा भाव बढ़ता ही जा रहा है।
इसी वजह से कुछ लोग धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चमत्कारी बाबा के रूप में भी मान रहे हैं। इन्हीं सब कारणों की वजह से आज हर कोई बागेश्वर धाम के बालाजी महाराज के बारे में जानना चाहता है।
आज इस लेख के माध्यम से हम आपको धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बायोग्राफी के हर एक पहलू से अवगत कराएंगे इसके लिए आपको हमारी पोस्ट को ध्यान से अंत तक पढ़ना है। आइए फिर Dhirendra Krishna Shastri Biography In Hindi के बारे में डिटेल में जानते है। अगर आप Khan Sir Biography in Hindi के बारे में जानना चाहते है, तो दूसरे लेख को पढ़ सकते है।
ये भी पढ़े:-
- टेक्निकल गुरूजी सक्सेस स्टोरी Technical Guruji Biography in Hindi
- आशीष चंचलानी सक्सेस स्टोरी Ashish Chanchlani Biography in Hindi
- अमित भड़ाना सक्सेस स्टोरी Amit Bhadana Biography in Hindi
- भुवन बाम सक्सेस स्टोरी Bhuvan Bam Biography in Hindi
- अजय नागर सक्सेस स्टोरी Ajey Nagar Biography in Hindi
Table Of Contents
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बायोग्राफी – Dhirendra Krishna Shastri Biography
अगर आप Dhirendra Krishna Shastri Biography पूरा डिटेल में जानना चाहते है तो इसे पढ़े। इस समय बागेश्वर धाम के बहुत सारे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिस वजह से लोगों की श्रद्धा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रति बढ़ती जा रही है।
तो आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि इस धाम पर बालाजी महाराज का दरबार लगता है और यहां पर हजारों की संख्या में लोग आकर दर्शन करते हैं।
सिर्फ भारतीय लोग ही नहीं बल्कि विदेशी लोग भी यहां आकर बालाजी महाराज के दर्शन करते हैं इस बालाजी धाम का कार्यभार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी संभालते हैं।
इसी वजह से बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बागेश्वर महाराज और बालाजी महाराज के नाम से भी जाना जाता है।
इस बाबा की प्रति लोगों की श्रद्धा इतनी अधिक है कि अधिकतर लोग इन्हें भगवान हनुमान का अवतार मानते हैं, इस धाम में हनुमान जी का मंदिर कई वर्षों पुराना है।
अधिक जानकारी के लिए बता दें कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पिछले चार-पांच पीढ़ियां वर्षों से इस मंदिर में पूजा पाठ का काम संभाल रही है।
बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के दादाजी ने अपने खर्चों से इस मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था इस दरबार में पिछले कई सालों से विशाल दरबार का आयोजन किया जाता है।
लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आकर हनुमान जी का दर्शन करते हैं और बालाजी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
2003 से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी इस दरबार को संभाल रहे हैं माना जाता है कि उन्होंने 9 वर्ष की उम्र में ही हनुमान जी की पूजा अर्चना शुरू कर दी थी।
उन्होंने आज तक अपने सभी कर्तव्य और हनुमान जी के आदर्शों का पालन किया है जैसा कि पिछले कुछ समय से इनके पूर्वज करते आए हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने अपने प्रवचनों से श्रद्धालुओं की श्रद्धा को और अधिक मजबूत किया है बाबा जी ने आप बचपन से ही अपने आप को हनुमान जी को समर्पित कर दिया था।
ऐसा कहा जाता है कि धीरेंद्र जी ने बचपन में खेल कूद में भाग ना लेकर सिर्फ हनुमान जी की पूजा अर्चना की है उनका हनुमान जी के प्रति अपार श्रद्धा भाव है।
आज के जमाने में लगभग सभी लोग धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी को अपना गुरु मानते हैं उनके दर्शन करने व प्रवचनों को सुनने के लिए बड़ी संख्या में जमा होते हैं।
इनकी लोकप्रियता का सबसे बड़ा राज यही है की ये सच्चे मन से हनुमान जी से जुड़े हुए हैं लोगों का मानना है, कि इनके द्वारा कही हुई बात कभी गलत नहीं होती इसलिए इन्हें चमत्कारी महाराज की संज्ञा दी गई है। अब आपको धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बायोग्राफी के बारे में पता चल गया होगा। आइए अब धीरेंद्र कृष्ण महाराज बागेश्वर धाम के व्यक्तिगत परिचय के बारे में बात करते है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का व्यक्तिगत परिचय – Dhirendra Krishna Shastri Ka Jivan Parichay
पूरा नाम | श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज (Dhirendra Krishna Shastri Ka Jivan Parichay) |
उपनाम | महाराज बगेश्वरधाम |
प्रचलित नाम | बागेश्वर वाले महाराज, बालाजी महाराज |
जन्म तिथि | 4 जुलाई 1996 |
जन्म स्थान | गड़ा, छतरपुर, मध्यप्रदेश |
निवास स्थान | गड़ा, छतरपुर, मध्यप्रदेश |
जाति | पंडित |
धर्म | हिन्दू |
नागरिकता | भारतीय |
राज्य | मध्यप्रदेश |
राशि चक्र | धनु राशि |
बोलचाल की भाषाएं | अंग्रेजी, हिंदी, बुन्देली, संस्कृत |
कार्यकाल | 2003 से अब तक |
शिक्षा | बी ए (B.A), स्नातक |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की शारीरिक स्थिति
ऊँचाई | 5 फुट 9 इंच |
वज़न | 64 किलोग्राम |
त्वचा का रंग | गोरा |
आंखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
शारीरिक बनावट | मध्यम आकार |
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का परिवार – Dhirendra Krishna Shastri Family
पिता का नाम | राम करपाल गर्ग (Dhirendra Krishna Shastri Family) |
माता का नाम | सरोज गर्ग |
दादा जी का नाम | भगवान दास गर्ग |
बहन का नाम | एक (नाम अज्ञात) |
भाई और नाम | दो भाई (नाम अज्ञात) |
पत्नी का नाम | अविवाहित है। |
प्रिय दोस्त का नाम | राजाराम |
परिवार में स्थान | सबसे बड़ा बेटा |
इसे भी पढ़े:-
धीरेंद्र कृष्ण को मिले पुरस्कार
साल | पुरस्कार |
2022 | संत शिरोमणि वर्ल्ड बुक ऑफ लंदन वर्ल्ड बुक ऑफ यूरोप |
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है? – Who Is Dhirendra Shastri Guru
4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले की गड़ा नामक गांव में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म हुआ था।
इनके पिताजी का नाम करण पाल गर्ग और माताजी का नाम सरोज गर्ग था बाबूजी का बचपन के गांव गड़ा में ही बीता था।
बाबा जी के दादाजी का नाम भगवान दास गर्ग था जो कि इनके पहले गुरुजी थे और ऐसा कहा जाता है। कि बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी सभी शिक्षाएं दादाजी से ही प्राप्त की थी।
इनके दादाजी नहीं धीरेंद्र को रामायण और श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ना सिखाया बाबा जी का परिवार काफी गरीब था।
शुरुआती दिनों में बाबा जी वृंदावन जाकर कर्मकांड की शिक्षा प्राप्त करना चाहते थे लेकिन इनके पिताजी के पास इतने पैसे नहीं थे तो वो वहा नहीं जा पाए।
इसके बाद से धीरेंद्र मंदिर परिसर में बैठकर ही हनुमान जी का ध्यान करते थे आज के समय में बागेश्वर धाम के पुजारी हैं जहां पर हनुमान जी का भव्य दरबार लगता है।
काफी संख्या में यहां श्रद्धालु आते हैं और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा दिए जाने वाले पर वचनों को सुनकर बागेश्वर धाम का दर्शन करते हैं।
बागेश्वर धाम क्या है? – What is Bageshwar Dham
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की गड़ा नामक स्थान के पास बागेश्वर धाम स्थित है यहां पर हनुमान जी का मंदिर मौजूद है।
इस मंदिर के पास ही धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दादाजी भगवानदास गर्ग और उनके गुरु जी की समाधि बनी हुई है।
लोग यहां आकर मंगलवार के दिन अर्जी लगाते हैं। इसके अतिरिक्त किसी और दिन अर्जी नहीं लगाई जाती क्योंकि मंगलवार ही बालाजी का वार माना जाता है।
धाम में अर्जी लगाने के लिए लोग लाल कपड़े में एक नारियल को बांधते हैं और अपनी मनोकामना को बोलकर इस नारियल को किसी एक स्थान पर बांध देते हैं।
नारियल को एक स्थान पर बांधने के बाद 21 बार मंदिर की परिक्रमा की जाती है ऐसा मान्यता है कि यहां लगी हुई अर्जी कभी बेकार नहीं जाती है।
बागेश्वर धाम के बारे में जानकारी – Dhirendra Krishna Shastri Details
मंदिर का नाम | बागेश्वर मंदिर धाम सरकार |
बागेश्वर धाम मंदिर के मुख्य पुजारी | श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री |
बागेश्वर धाम सरकार मंदिर का पता | Garha, Ganj, Chhatarpur, Madhya Pradesh, India-471105 |
बागेश्वर धाम सरकार हेल्पलाइन नंबर | 8120592371 |
बागेश्वर धाम में टोकन क्या होते हैं?
अगर आप धीरेंद्र कृष्ण महाराज बागेश्वर धाम में टोकन क्या होता है जानना चाहते है तो इसे पढ़े। श्रद्धालुओं के लिए यहां पर ध्यान देने योग्य वाली बात यह है कि बागेश्वर मंदिर धाम में मंदिर समिति के द्वारा टोकन जारी किए जाते हैं।
अगर आप पहली बार मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करना चाहते हैं। तो आपको मंदिर की सेवा समिति के अधिकारी से टोकन प्राप्त करना होगा।
टोकन प्राप्त करने के लिए आपको अपने मोबाइल नंबर और नाम की जानकारी देनी होती है।
आप ये भी पढ़े:-
- आशीष चंचलानी कितने पैसे कमाता है – Ashish Chanchlani Net Worth
- अमित भड़ाना कितने पैसे कमाता है? Amit Bhadana Net Worth
- भुवन बाम कितने पैसे कमाता है – Bhuvan Bam net worth
- टेक्निकल गुरूजी कितने पैसे कमाता है Technical Guruji Net Worth
- CarryMinati कितने पैसे कमाता है CarryMinati Net Worth
दर्शन के लिए टोकन कैसे प्राप्त करें?
कोई भी इंसान अगर मंदिर का दर्शन करना चाहता है तो उसे टोकन की जरूरत होती है। मंदिर समिति की ओर से दिए जाने वाले टोकन प्रत्येक महीने की किसी विशेष तारीख के दिन वितरित किए जाते है।
टोकन के विषय में समय और तारीख के बारे में जानकारी मंदिर के कर्मचारियों द्वारा दी जाती है उसके बाद आप उस दिन और बताए गए समय पर जाकर मंदिर से टोकन प्राप्त कर सकते है।
टोकन लेने के बाद आप दर्शन के लिए जा सकते हैं साथ ही आपकी अर्जी भी बागेश्वर धाम में लगा दी जाती है।
घर बैठे अर्जी कैसे लगाएं? – Dhirendra Krishna Shastri Ji Se Kaise Mile
अगर आप कई बार मंदिर गए हैं लेकिन आपका पर्चा नहीं बन पाया है तो आप घर बैठे भी अर्जी लगवा सकते हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी दरबार में स्वयं कहते हैं कि जितने भी श्रद्धालु यहां आते हैं उन सभी की अर्जी लग पाना मुश्किल है।
इसी वजह से बालाजी महाराज कहते हैं, कि आप उनके द्वारा बताए गए उपाय को अपनाकर बागेश्वर धाम की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
इस उपाय के लिए श्रद्धालु घर पर एक नारियल ले और लाल कपड़ा बिछाए इस नारियल को उस कपड़े में लपेट कर रखे और ओम बागेश्वराय नमः मंत्र का जाप करें।
ऐसा करने से श्रद्धालुओं को बागेश्वर धाम की महिमा प्राप्त होगी इस मंत्र को बोलने के बाद श्रद्धालु की जो भी अर्जी हो उसे दो से तीन बार बोल दे।
ऐसा करने से बालाजी की आपके ऊपर जल्दी कृपा होगी और अर्जी पर भी जल्द सुनवाई होगी।
बागेश्वर धाम कैसे जा सकते हैं? – Dhirendra Shastri Bageshwar Baba
Dhirendra Shastri Bageshwar Baba के धाम जाने के लिए इसे पढ़े। बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र धार्मिक स्थल है जहां पर हनुमान जी महाराज और उनके स्वरूप बागेश्वर धाम महाराज जी का एक पवित्र स्थल है।
अगर आप ट्रेन से इस स्थान पर जाना चाहते हैं तो आपको खजुराहो रेलवे स्टेशन पर उतरना पड़ेगा यहां से बागेश्वर धाम की दूरी 20 किलोमीटर है।
लेकिन अगर आप बस की मदद से बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं, तो आप खजुराहो शहर पहुंचने के बाद वहां से धाम के लिए बस पकड़ सकते हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का प्रारंभिक जीवन – धीरेंद्र कृष्ण महाराज Biography
धीरेंद्र कृष्ण महाराज Biography या फिर उनके प्रारंभिक जीवन को जानने के लिए इस भाग को पढ़े। ऐसी मान्यता है कि बागेश्वर धाम के बाबा जी के प्रथम गुरु उनके दादाजी थे इनके दादाजी संस्कृत भाषा के विद्वान थे।
इनके दादा जी भगवान दास गर्ग महाभारत, रामायण, भागवत कथा, पुराण और महाकाव्य आदि का दरबार लगाते थे।
शायद इसी वजह से लोग उन्हें अपना गुरु मानते थे महाभारत और रामायण का ज्ञान धीरेंद्र शास्त्री जी को अपने दादाजी से ही प्राप्त हुआ था।
उसके पश्चात उन्होंने सरकारी स्कूल से अपने शिक्षा प्राप्त की वहां से उन्होंने आठवीं तक की शिक्षा प्राप्त की।
इन्हें अपने घर से 5 किलोमीटर दूर गंज नाम के गांव में शिक्षा प्राप्त करने के लिए जाना पड़ता था शास्त्री जी हमेशा पैदल ही स्कूल जाते थे और शायद इसी वजह से वह महीने में सिर्फ 5 या 6 बार ही स्कूल जा पाते थे।
शास्त्री जी ने 12 वर्ष की उम्र में ही प्रवचन देने शुरू कर दिए थे वह अपने दिन का अधिकतर समय हनुमान जी की तपस्या में गुजारते थे।
इसी वजह से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी को कई सिद्धियां प्राप्त हुई गंज गांव के स्कूल से इन्होंने 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की उसके बाद स्नातक की ओर गए।
हालाकि पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान ना होने की वजह से धीरेंद्र शास्त्री जी का ध्यान अपनी स्नातक की शिक्षा पर नहीं था।
इसी दौरान शास्त्री जी का ध्यान शिक्षा से हटकर मानव सेवा की ओर चला गया धीरेंद्र कृष्ण जी ने अपने पूर्वजों के मार्गदर्शन को अपना कर्तव्य समझते हुए मानव कल्याण की तरफ काम करना शुरू किया। अगर आप Sandeep Maheshwari Biography In Hindi के बारे में पढ़ना चाहते है तो इस दूसरे लेख को पढ़ सकते है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सफलता – Dhirendra Krishna Shastri Success
धीरेंद्र शास्त्री जी का बचपन बहुत गरीबी में बीता था और इसी वजह से उन्होंने अपनी शिक्षा सरकारी स्कूल से पूरी की।
स्नातक की पढ़ाई के लिए उन्होंने B.A. में दाखिला लिया था लेकिन कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से रेगुलर पढ़ाई के स्थान पर प्राइवेट पढ़ाई की।
शास्त्री जी के सभी मित्र अच्छे कॉलेजों में पढ़ते थे लेकिन उन्होंने कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से शास्त्री जी ने अपने परिवार का भरण पोषण भिक्षा मांग कर किया।
क्योंकि यह पंडित जी तो इनके लिए भिक्षा मांगना ज्यादा मुश्किल काम नहीं था धीरेंद्र शास्त्री जी अपने परिवार में सबसे बड़े बेटे थे।
इनके दो भाई और एक बहन थी परिवार में बड़ा होने के नाते सभी जिम्मेदारी इन्हीं पर थी इनके पिताजी की आजीविका बहुत कम थी इस वजह से शास्त्री जी को ही आगे बढ़कर काम करना पड़ा।
बाद में शास्त्री जी ने सत्यनारायण भगवान की कथा को सुनाना शुरू किया जिससे इनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगा।
इनके दादा जी मंदिर में बालाजी का दरबार लगाते थे जिस वजह से मंदिर में बहुत सारा चढ़ावा आता था लेकिन कभी भी इन्होंने उस पैसों को अपने निजी खर्च के लिए इस्तेमाल नहीं किया।
शास्त्री जी ने अपना पूरा ध्यान ईश्वर भक्ति में लगाए रखा और इसी वजह से आज इनके पास बहुत बड़ा दरबार लगता है।
शास्त्री जी के प्रति लोगों की बहुत गहरी आस्था है आज शास्त्री जी अपने दरबार में भव्य भंडारा लगवाते हैं, गरीब बच्चों का विवाह करवाते हैं और निशुल्क भोजन करवाते हैं।
शास्त्री जी ने अपने प्रवचन और चमत्कारों से बहुत लोकप्रियता अर्जित की है और लोगों में उनके प्रति श्रद्धा बढ़ती ही जा रही है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री में हाल ही में गरीब कन्याओं के 5060 विवाह संपन्न कराएं हैं और इन सभी विवाहों का सारा खर्च उन्होंने स्वयं उठाया है।
चमत्कारी बाबा से क्यों प्रसिद्ध है? – Dhirendra Shastri Bageshwar Baba Magic
बागेश्वर धाम के पुजारी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लोग चमत्कारी बाबा के नाम से भी जानते हैं इसकी वजह यह है, कि लोग मानते हैं कि बाबा के दरबार में लगी हुई और जी कभी भी बेकार नहीं होती है।
शास्त्री जी से मिलने के लिए अर्जी लगानी पड़ती है या फिर टोकन लेना होता है शास्त्री जी व्यक्ति के द्वारा अपनी समस्या बताने से पहले ही बता देते हैं कि वह यहां किस उद्देश्य के लिए आया है।
शास्त्री जी बिना पूछे ही बता देते हैं कि व्यक्ति की समस्या क्या है और व्यक्ति का नाम भी उसके बताने से पहले ही स्वयं बता देते हैं।
शास्त्री जी के द्वारा किए जाने वाले इन्हीं सभी कार्यों की वजह से ये अपने श्रद्धालुओं के बीच चमत्कारी बाबा के नाम से प्रसिद्ध है।
बागेश्वर धाम जी का भव्य दरबार – Dhirendra Krishna Shastri
धाम में लोग लाखों की संख्या में अपनी अर्जी लेकर आते हैं कहा जाता है कि पहले Dhirendra Krishna Shastri जी अपने गांव गड़ा में ही यह दरबार आयोजित करते थे।
तब वहां पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते थे लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ने लगी और गांव में दरबार लगाना काफी मुश्किल हो गया।
इसी वजह से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी दूसरे शहरों में जाकर दरबार आयोजित करने लगे इन दरबारों में बहुत सारे लोग आते हैं।
शास्त्री जी किसी भी श्रद्धालु का नाम नहीं जानते हैं। लेकिन फिर भी वह एक पर्चा लेकर उस पर व्यक्ति का नाम, स्थान और उसकी समस्या लिख देते हैं।
शास्त्री जी इसी पर्चे में समस्या का समाधान भी लिख देते हैं और फिर उस व्यक्ति का नाम लेकर पुकारते हैं कि आ जाओ तुम्हारी अर्जी लग गई है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी व्यक्ति के परिवार के संबंध में भी सब कुछ बता देते हैं इसीलिए लोग उन्हें चमत्कारी बाबा के नाम से जानते हैं, सोशल मीडिया पर इस समय बाबाजी काफी वायरल हो रहे हैं।
शास्त्री जी राम कथा भी सुनाते हैं इसके लिए वह अलग-अलग स्थानों पर जाते हैं इस कथा से उन्हें बहुत सारा चढ़ावा प्राप्त होता है।
इस चढ़ावे को बागेश्वर महाराज गरीब बच्चों की शिक्षा, भोजन और शादियों में लगा देते हैं दरबार में शास्त्री जी हनुमान जी के बारे में बताते हैं।
और श्रद्धालुओं को हनुमान जी की भक्ति करने के लिए प्रेरित करते हैं क्योंकि हनुमानजी से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का ध्यान लगाव है।
बागेश्वर महाराज को मिले सम्मान
1 जून से लेकर 15 जून तक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ब्रिटेन के दौरे पर गए थे जब पहुंचे तो वहां एयरपोर्ट पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का भव्य स्वागत किया गया।
शास्त्री जी ने ब्रिटेन के लंदन और लेस्टर शहर में जाकर श्रीमद् भागवत कथा और हनुमान कथा का प्रवचन किया जिससे इन्हें काफी प्रसिद्धि मिली।
ब्रिटिश संसद के द्वारा शास्त्री जी को 14 जून को तीन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया इन तीन पुरस्कारों में संत शिरोमणि, वर्ल्ड बुक ऑफ लंदन और वर्ल्ड बुक ऑफ यूरोप शामिल है।
भारत के लिए यह बहुत गर्व की बात है। जब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी को यह सम्मान दिए गए थे तो संसद में की जय श्री राम ध्वनी गूंज उठी थी।
शास्त्री जी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी को चमत्कारी महाराज, बालाजी महाराज और बागेश्वर महाराज के नाम से जाना जाता है।
- शास्त्री जी बचपन में अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए भिक्षा मांगते थे क्योंकि वह पंडित थे शास्त्री जी आज भी भिक्षा मांगते हैं।
- धीरेंद्र शास्त्री जी अपने चमत्कार के लिए लोकप्रिय हैं वह किसी भी अनजान इंसान के बारे में पहले से ही एक पर्चे पर उसकी सभी जानकारी लिख देते हैं।
- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी अभी तक गैर शादीशुदा है।
- बागेश्वर धाम के महाराज के रूप में शास्त्री जी राम कथा और श्रीमद् भागवत कथा सुनाते हैं।
- बागेश्वर धाम के संबंध में लोगों की ऐसी मान्यता है कि यहां पर लगाई हुई अर्जि कभी भी बेकार नहीं होती है।
संबंधित प्रश्न:- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बायोग्राफी (Dhirendra Krishna Shastri Biography In Hindi)
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु कौन हैं?
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी अपने दादा जी को अपना प्रथम गुरु मानते थे इनके दादाजी का नाम भगवान दास गर्ग था।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कितने साल के हैं?
शास्त्री जी का जन्म 4 जुलाई 1996 का हुआ था, इस हिसाब से शास्त्री जी 4 जुलाई 2024 को 27 वर्ष के हो जाएंगे।
बागेश्वर धाम वाले गुरु जी का नाम क्या है?
बागेश्वर धाम वाले गुरुजी का असली नाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री है। लोग इन्हें चमत्कारी महाराज, बागेश्वर महाराज और बालाजी महाराज के नाम से भी जानते हैं।
बागेश्वर धाम महाराज की शादी कब होगी?
बागेश्वर धाम महाराज अभी तक अविवाहित हैं और वह कब शादी करेंगे इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।
बागेश्वर धाम की अर्जी घर पर कैसे लगाएं?
अगर आपको मंदिर समिति के द्वारा टोकन नहीं मिल रहा है। तो आप घर पर एक लाल कपड़े में नारियल बांधकर ओम बागेश्वराय नमः मंत्र का जाप करके अर्जी लगा सकते हैं।
बागेश्वर वाले महाराज की उम्र कितनी है?
बागेश्वर वाली महाराज मतलब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी की वर्तमान उम्र 26 वर्ष है। महाराज जी 4 जुलाई को अपनी 27 वर्ष की आयु पूर्ण कर लेंगे।
निष्कर्ष:- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय (Dhirendra Krishna Shastri Jivan Parichay)
आज इस लेख के माध्यम से हमने सोशल मीडिया पर बहुत ही ज्यादा वायरल हो रही बागेश्वर धाम के पुजारी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बायोग्राफी के बारे में बताया है।
शास्त्री जी ऐसे संत हैं जिनका करोड़ों लोग अनुसरण करते हैं अपनी चमत्कारी शक्तियों की वजह से ही वह बहुत प्रसिद्ध है।
दूर-दूर से श्रद्धालु इनके प्रवचन को सुनने के लिए आते हैं और तो और बाबा जी विदेश में भी काफी लोकप्रिय हैं।
अगर आप को यह जानकारी Dhirendra Krishna Shastri Biography In Hindi पसंद आई है। वह आप ज्यादा से ज्यादा इसे शेयर करें और विशेष रूप से उन लोगों तक पहुंचाएं जो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बारे में जानना चाहते हैं।
Also Read:-